सभी अनुसूचित जाति के लोगों से प्रार्थना है कि बाबा साहेब अम्बेडकर का ये सन्देश देश के कोने कोने में पहुंचाए !
1. किसी भी स्वर्णों के मंदिर में दान ना दे.
2. किसी भी स्वर्ण जाति के नेता को वोट ना दे.
सिर्फ अपने गुरु रविदास के मंदिर और गुरुद्वारों में ही दान करे. अपनी अनुसूचित जाति के नेताओं को वोट दे. अगर अनुसूचित जाति का कोई नेता नहीं है तो वोट ही ना दे..
बाबा साहब जी अपने समय में सही थे. उन्होंने जो कहा वो आज भी उतना ही सत्य है जितना उनके समय में था. आज रामदेव से लेकर हर ब्राह्मणवादी नेता मूलनिवासियों को मुर्ख बना रहे है. स्विस बैंक के पैसों के नाम पर मूलनिवासियों को भड़का रहे है, जबकि सच यहाँ है कि स्विस बैंक से 11 गुना पैसा, सोना, चान्दी, हीरे और जवाहरात आज भी ब्राह्मणों ने अपने मंदिरों में छुपा रखे है. दोस्तों, अनुमान है कि देश का इतना पैसा और धन दौलत मंदिरों के पास है कि अगर सारे देश कि धरती पर पर सोने की परत चढाई जाये तो लगभग 30 इंच मोटी परत सारे भारत की भूमि पर चढ़ सकती है. मंदिरों में छुपा के रखा खजाना लगभग 11 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के आस पास का है. तो आप लोगों से प्रार्थना है कि किसी भी ब्राह्मण को या उनके मंदिरों में दान ना दें.
हमारे लोगों से वोट लेकर यह ब्राह्मण हमारे ऊपर ही राज करते है. ऐसा पिछले 66 सालों से होता आ रहा है. आप को जानकर हैरानी होगी कि आज तक 1 भी दलित को देश का प्रधानमंत्री नहीं बनाया गया.. और चुनाव आयुक्त भी एक भी दलित को नहीं बनाया गया.. थल सेना का अध्यक्ष भी दलित या बहुजन समाज से एक भी नहीं बनाया गया… आज तक भारत का राष्ट्रपति भी सिर्फ एक दलित को बनाया गया.. सक्षिप्त में हम यहाँ कहना चाहते है कि जो दलित देश का सविधान लिख सकता है.. क्या उसके बच्चों मन शासन करने की क़ाबलियत नहीं है क्या? जो ब्राह्मण, राजपूतों और वैश्यों ने आज तक किसी भी बाबा साहेब जी के वारिस को देश के प्रमुख पदों पर पहुँचाने नहीं दिया.. दोस्तों, अब समय आ गया है.. किसी भी ब्राह्मण, राजपूत या वैश्य को वोट ना दे और बाबा साहेब जी का सपना पूरा करे.. देश में मूलनिवासियों का शासन स्थापित करे..